|| श्री कृष्ण महाराज धनी अवधुत ||
 || Chaturpata Atharvan Ved ||
|| चतुर्पता अथर्वन् वेद - हिंदी || आध्यात्मीक पुस्तकं के ग्रंथालय

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|| चतुर्पता अथर्वन् वेद ||
     सत् यवग का आध्यात्मीक ग्यान 

           सावंगा-विठोबा, तालुका : चांदुररेल्वे,
          जिल्हा : अमरावती, राज्य : महाराष्ट् ( विदर्भ विभाग), भारत

धार्मिक और आध्यात्मिक ग्रंथ और पुस्तके- ग्रथांलय विभाग

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|| चतुर्पता अथर्वन् वेद ||

Details

हम यहाँ पे हमारे आध्यात्मीक ई-ग्रंथालय सेवा प्रदान कर रहे है । हमारे यह लायब्ररी व्दारा आप ऑनलाईन ग्रंथ और पुस्तके मोफत पढ सकते है अथवा मोफत डाउनलोड कर सकते है । हिंदू धार्मिक चार वेद, वेद ब्राम्हण ग्रंथे, उपवेद; सहा दर्शन शास्त्रं और उप शास्त्रं; १०८ से जादा उपनिषदे, १८ पुराणे, १८ स्मृतियाँ और सूत्रे, रामायण, महाभारत, भगवत गीता, आचार्य और संत आणिge भक्तं यांचे आध्यात्मिक लिखाण साहित्य, विविध पंथांचे हस्तलिखित और अन्य पुरातन प्राचीन आध्यात्मिक ग्रंथ और अन्य आध्यात्मिक पुस्तके ईत्यादी सर्व हिंदी, इंग्रजी, मराठी, संस्कृत भाषा मे यहाँ उपलब्ध आहे.

यहॉ की सर्व आध्यात्मीक मालमत्ता हमारी नही है । वह धनीदेव की मालमत्ता है । यह सर्व आध्यात्मीक मालमत्ता धनीदेव ने सत्पुरूषों को अपना माध्यम बनाकर मानव जाती को भेट दियी है । ईसलीये आप ईस धनीदेव ने दिये हुए आध्यत्मीक मालमत्ते को ब्रिक्री नही कर सकते. लेकीन आप सर्व विश्व मे ईस आध्यात्मीक ग्रंथ और पुस्तकों मार्फत धनीदेव ने दिये हुएं भेंट का मोफत प्रचार, प्रसार और वितरण करके परमात्माकी इस ग्यानसंप्पती का बढावां कर सकते है । और मानवं ने एैसे ही कर्मउद्योग करना चाहीये जिस उद्योग से परमात्मा से आनंद हो । परमात्माके इस ज्ञानसंप्पती बढाने के उद्योग से परमात्माको आनंदही होंगा, यह निश्चीत है ।

यहाँ के सर्व आध्यात्मीक ग्रंथ और पुस्तके आप अपने खुद के अव्यावसायीक और सार्वजनीक, वैयक्तीक हेतु के लिये यहाँ से डाउनलोड करके ‘जैसे है तैसे‘ आप दुसरोंको मोफत भेट दे सकते है । आप नॉन व्यवसायीक खाजगी और सार्वजनीक उद्देश से कोई भी गैर व्यवसायीक हेतु के लिये कार्यरत् रहनेवाले धार्मिक, शैक्षणीक, लायब्ररी और संशोधन संस्था, संशोधक इनको मोफत वितरीत कर सकते है । आपक मोफत वितरण और प्रसार, प्रचार करने के इस कर्मउद्योग से परमात्माके इस ग्यानसंप्पती का बढावां होंगा । और परमात्माको निश्चीत आनंद प्राप्त होंगा । यह निश्चीत जाण ।

आदरनिय डोनर व्दारे चलाया जाने वाला इस चतुर्पता अथर्वन् वेद पोर्टल से आप चतुर्पता अथर्वन् वेद के संपुर्ण ओवियाँ पढ सकते है अथवा मोफत डाउनलोड कर सकते है । और हमारे आध्यात्मीक लायब्ररी विभाग से २००० से जादा आध्यात्मीक पीडीफ ग्रंथ और पुस्तके, इंग्लीश, हिंदी मराठी भाषाके संदर्भ ग्रंथ मोफत डाउनलोड कर सकते है । जैसे चार वेद, सहा सास्त्र. अठरा पुराणे, 108 से जादा उपनिषदे, संत और आचार्य के साहित्य, हस्तलिखीत ईत्यादी के पिडीफ ग्रंथ मोफत डाउनलोड करके ‘जैसे है तैसे‘ मोफत वितरीत कर सकते है ।

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 व्हीडीयो बुक : ०४ वेद, ०६ शास्त्रं दर्शन, १८ पुराणे, उपनिषदे रामायण, महाभारत, भगवत गीता



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